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अब सर्जिकल स्ट्राइक हुई तो पीओके में कहां-कहां होगा हमला

अगर पाकिस्तान नहीं सुधरता है तो फिर एक और सर्जरी के लिए पूरी तैयारी हो चुकी है।

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अगर पाकिस्तान नहीं सुधरता है तो फिर एक और सर्जरी के लिए पूरी तैयारी हो चुकी है।

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर में 20 नए आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप और 30 नए आतंकवादी लॉन्च पैड तैयार किए गए हैं । भारत की सुरक्षा एजेंसी को इन नए आतंकवादी कैंप की पूरी खबर मिल गई है। अगर अगली बार सर्जिकल स्ट्राइक की नौबत आई तो भारत की आर्मी के पास पुख्ता खबर है कि पाकिस्तान ने नए आतंकवादी कैंप कहां बनाए हैं। सर्जिकल स्ट्राइक से बचने के लिए पाकिस्तान ने भी पूरी चालाकी की है। अब आतंकवादियों की ट्रेनिंग गांव और शहर के रिहायशी इलाके में दी जा रही है। पहले आतंकवादी कैंप रिहायशी इलाके से दूर बनाए जाते थे। लेकिन अब हिंदुस्तान की सेना का ऐसा डर पाकिस्तान में बैठ गया है कि गांव के बीच में आतंकवादियों का प्रशिक्षण चल रहा है। नियंत्रण रेखा के एकदम करीब दुधनियाल के इलाके में आतंकवादियों का नया लॉन्चिंग पैड तैयार किया गया है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के चेलाबांदी इलाके में  आतंकवादियों को इकट्ठा किया गया है। देवलियान में भी 20-25 आतंकवादी हर रोज़ देखे जाते हैं। एलओसी के पास कुछ आतंकवादी घुसपैठ करने के लिए इंतजार करते रहे हैं और इनके पीछे ट्रेनिंग कैंप में आतंकवादियों की पूरी फौज तैयार होती है। पीओके के  बालाकोट के आतंकवादी कैंप को और पीछे शिफ्ट कर दिया गया है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जलालाबाद में नया ट्रेनिंग कैंप बनाया गया है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के छोटे छोटे गांव जैसे जंगल मंगल और उमर बिन खिताब में इस बार नए आतंकवादी कैंप बनाए गए हैं। भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चलाए जा रहे आतंकवादी कैंप की नई और पुख्ता जानकारी इकट्ठा कर ली है। इस पुख्ता जानकारी को खुफिया एजेंसियों की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। 28 सितंबर 2016 को
आधी रात के बाद हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की हुकुमत, पाकिस्तान की सेना और पाकिस्तान में पलनेवाले आतंकवादी संगठन सब हिल गए हैं। उन्हें लगता है कि अगर भारत पर बड़ा आतंकवादी हमला हुआ तो भारत फिर पलटवार करेगा। इसलिए पाकिस्तान ने इस बार बहुत संभलकर आतंकवादियों की ट्रेनिंग शुरू की थी। पीओके के रावलाकोट में चलनेवाले आतंकवादी कैंप को गिराकर नया आतंकवादी कैंप एक गांव में बनाया गया है। दूर से देखने पर ये एक आम गांव लगता है लेकिन गांव के बीचोंबीच आतंकवादियों की ट्रेनिंग होती है। रावलाकोट ट्रेनिंग कैंप से निकले आतंकवादी टाटापानी पहुंचते हैं। ये इलाका भारत के जम्मू इलाके से सटा हुआ है। जम्मू में जब आतंकवादी हमले होते हैं इसका मतलब होता है कि बॉर्डर के उस पार रावलाकोट, टाटापानी और बराल के ट्रेनिंग कैंप से निकलकर आतंकवादी आए हैं। पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर में लश्कर ए तैयबा का सबसे बड़ा ट्रेनिंग कैंप नौसेरा में था। लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक के डर से लश्कर ए तैयबा ने अपना पूरा कैंप ही बदल दिया। चकियाल और कहूटा का टेरर कैंप का हुलिया भी पूरी तरह बदला जा चुका है। लश्कर के इन तीन बड़े कैंप की निगरानी अब पाकिस्तान की आर्मी सादे ड्रेस में करती है। पूरे इलाके का नए तरीके से मेकओवर किया गया है। दूर से देखकर ये बताना बेहद मुश्किल है कि वहां आतंकवादी बनाने की तैयारी चल रही है। लेकिन भारत की खुफिया एजेंसी की तारीफ होनी चाहिए कि उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद पाकिस्तान के नए आतंकवादी कैंप की पूरा ब्योरा जुटा लिया है। अगर पाकिस्तान नहीं सुधरता है तो फिर एक और सर्जरी के लिए पूरी तैयारी हो चुकी है।
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